मिन्नी, "सर आज मै इतनी तेज दौड कर आई कि बहाना सोचने का
मौका ही नही मिला।"
मरते समय पति ने अपने पत्नी को सब कुछ सच बताना चाहा । उस
ने कहा " मै तुम्हे जीवन भर धोखा देता रहा। सच तो यह है कि दर्जनो औरतों
से मेरे नाजायज संबंध थे।"
पत्नी बोली, "मै भी सच बताना चाहूँगी । तुम बीमारी से नही मर रहे मैने
तुम्हे धीरे-धीरे असर करने वाला जहर दिया है।"
पत्नी: मैने आज सपनो मे देखा है कि तुम मेरे लिए हीरों का
हार लाए हो, इस सपने का क्या मतलब है?
पति: आज शाम को बताऊगा। शाम को पति ने एक पैकेट पत्नी को लाकर दिया। पत्नी
ने खुशी-खुशी पैकेट खोला तो उस मे एक किताब निकली । किताब का नाम था, 'सपनो
का मतलब' ।
नया सिपाही (इंस्पैक्टर से), "सर ये बिलकुल गलत है कि मैं
उस चोर से डर गया था।"
इंस्पैक्टर, "तो तुम उस गाडी के पिछे क्यों छिपे थे?"
नया सिपाही, "जी वह तो मैं कुत्ता देख कर छिपा था ।"
मैनेजर ने आने वाले से पूछा, " क्या तुम्हें पता नही कि
आज्ञा के बिना अन्दर आना मना है।"
आने वाला, "जनाब मैं आज्ञा लेने के लिए ही अन्दर आया हूं।"
अध्यापक," बाबर भारत मे कब आया?"
बंटी, "पता नही सर।"
अध्यापक, " बोर्ड पर नही देख सकते, नाम के साथ ही लिखा है।"
बंटी, मैने सोचा, शायद वह उसका फ़ोन नम्बर है।"
एक बहानेबाज कर्मचारी का दादा उस के दफ़तर में जा कर उस के
बाँस से बोला, " इस दफ़तर मे सुनिल नाम का व्यक्ति कार्य करता है, मुझे
उस से मिलना है, वह मेरा पोता है।"
बाँस ने मुस्करा कर कहा, " मुझे अफ़सोस है, आप देर से आए
है, वह आप के आर्थी को कंधा देने के लिए छुट्टी लेकर जा चुका है।"
सेठानी (नौकरानी से), "क्यों महारानी जी आज आने मे इतनी
देर क्यों लगा दी?"
नौकरानी, "सेठानी जी मै सीढियों से गिर गई थी।"